केंद्र सरकार ने जातीय जनगणना पर बड़ा फैसला किया है।
अश्विनी वैष्णव ने बताया कि 1947 के बाद से जातिगत जनगणना नहीं की गई।
कांग्रेस की सरकार ने जाति जनगणना का विरोध किया था।
लेकिन अब अपने राजनीतिक लाभ के लिए विपक्ष के दलों ने जातिगत जनगणना का इस्तेमाल किया।
कुछ राज्यों ने जातिगत सर्वे किया है।
कैबिनेट ने फैसला किया है कि जनगणना साथ जातियों की गणना भी होगी।
यानी जनगणना के साथ सरकार जातिगत ज
नगणना कराएगी।
