9 टीवी समाचार अखिलेश कुमार द्विवेदी। सम्पादक
रामकोल। कुशीनगर । जनपद में आए दिन छोटी गण्डक नदी के किनारे स्थित विभिन्न घाटों पर अवैध बालू खनन का कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है।
सुबह से शाम तक इन घाटों पर गाड़ियों से बालू की ढुलाई चल रही है। लोगों का आरोप हैं कि अवैध खनन की जानकारी जिम्मेदार अधिकारियों को है, लेकिन कार्रवाई न किए जाने से माफियाओं का मनोबल बढ़ा हुआ है।
वहीं अवैध बालू खनन से भूमि का जलस्तर तेजी से नीचे गिरता जा रहा है जिससे किसान अपने फसलों के उत्पादन को लेकर चिंतित हैं। क्षेत्र के कोटीया, सुअरहा, सिधावट, पगार गांव के मिश्रौली टाडी. टोला, मुरलीछपरा, खोटही गांव के हर्दीछपरा, बालाछत्र, धोबी घाट, कांटी बरवाडीह, काशीछपरा आदि घाट गण्डक नदी के किनारे स्थित हैं।
लोगों का आरोप है कि खोटही गांव में पांच घाटों से अवैध खनन हो रहा है। इन घाटो पर कारोबारियों द्वारा पुरे दिन नाव के सहारे नदी से बालू खनन कर बाहर
तट पर जगह जगह बालू का ढेर लगा दिया जाता है और शाम होते ही ट्रालियां, डंफर से ढुलाई कर रात मे सप्लाई की जाती हैं। नदी के किनारे के खेतों के किसानों का कहना है कि धंधेबाजों को मना
करने पर गाली गलौज और मारपीट पर उतारू हो जाते हैं। जिम्मेदार अधिकारियों को इस अवैध कारोबार के बारे में सब कुछ पता होने के बावजूद कारवाई नहीं की जाती है।